धोखाधड़ी के तीसरे मामले में पकड़े गए गौतम थापर
उद्योगपति गौतम थापर, यस बैंक से जुड़े तीसरे मामले में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व वाले बैंकिंग कंसोर्टियम से 2435 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने के मामले में पकड़े गए हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को दिल्ली और अन्य तीन स्थानों पर उनके घर पर छापेमारी की। थापर पर पहले से ही यस बैंक के मालिक राणा कपूर के साथ दिल्ली में फर्जी जमीन खरीद का आरोप लगा हुआ है। हाल ही में सीबीआई ने गौतम थापर के खिलाफ यस बैंक से 466 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज किया था।[1])
इस बार (तीसरी) थापर और उनकी कंपनी सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस (जिसे पहले क्रॉम्पटन ग्रीव्स लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) को सीबीआई द्वारा यस बैंक और अन्य बैंकों के संघ (कंसोर्टियम) से 2435 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में पकड़े गए है। वर्तमान मामला यस बैंक सहित 11 अन्य ऋणदाता बैंकों के संघ की ओर से भारतीय स्टेट बैंक की एक शिकायत पर आधारित है।
सीबीआई की प्राथमिकी (एफआईआर) में कहा गया है कि उन्होंने 2015 और 2019 के बीच बैंक फंड के डायवर्जन और संबंधित पक्षों के साथ फर्जी लेनदेन के माध्यम से बैंकों को धोखा दिया।
थापर के अलावा, सीबीआई ने सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस, (पहले क्रॉम्पटन ग्रीव्स लिमिटेड), और तत्कालीन कार्यकारी अधिकारियों, जिनमें मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक केएन नीलकंठ, कार्यकारी निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) माधव आचार्य, निदेशक बी हरिहरन, गैर-कार्यकारी निदेशक ओमकार गोस्वामी और सीएफओ वेंकटेश राममूर्ति के खिलाफ भी मामला दर्ज किया हैं। थापर के घर और दिल्ली, मुंबई और गुरुग्राम स्थित कार्यालयों पर छापेमारी की गई।[2]
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सीबीआई ने एक बयान में कहा, “यह आरोप लगाया गया कि उक्त आरोपी ने एसबीआई और बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एक्सिस बैंक, यस बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, बार्कलेज बैंक, इंडसइंड बैंक आदि सहित संघ की अन्य सदस्य बैंकों को धोखा दिया है।” सीबीआई की प्राथमिकी (एफआईआर) में कहा गया है कि उन्होंने 2015 और 2019 के बीच बैंक फंड के डायवर्जन और संबंधित पक्षों के साथ फर्जी लेनदेन के माध्यम से बैंकों को धोखा दिया।
गौतम थापर और उनकी कंपनी द्वारा 2435 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी का विवरण देते हुए सीबीआई ने कहा कि उन्होंने क्रेडिट को सुरक्षित करने के लिए गलत, फर्जी या भ्रामक जानकारी प्रदान करने वाली खाता बही, प्रविष्टियों, वाउचर और वित्तीय विवरणों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया, जिसे उन्होंने अन्य कंपनियों से गबन किया था।
संदर्भ:
[1] CBI raids industrialist Gautam Thapar for siphoning Rs. 466 crore from Yes Bank. Thapar already accused Rs.307 crore swindling from Yes Bank – Jun 10, 2021, PGurus.com
[2] CBI conducts searches at CG House in Gautam Thapar case – Jun 24, 2021, Money Control
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