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वामपंथी - search results

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यदि कोई न्यायाधीश वामपंथियों कि बात नहीं मानता, तो उनका न्याय व्यवस्था के प्रति द्वेष व्यक्त करने का सर्वोत्तम उदाहरण न्यायाधीश अरुण मिश्रा के खिलाफ चलाई गयी मुहिम है!

असभ्य लेफ्ट-लिबराटी और उनकी वेबसाइटों ने कई साहसिक फैसलों की अनदेखी कर न्यायमूर्ति अरुण...

पिछले एक हफ्ते से, कई वाम-झुकाव वाली वेबसाइटें न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा के खिलाफ नकारात्मक कहानियां प्रकाशित कर रही हैं, जो 2 सितंबर को सेवानिवृत्त...
प्रशांत भूषण ने शर्मिंदगी झेलते हुए, माफी मांगी और सर्वोच्च न्यायालय को 1 रुपए के जुर्माने का भुगतान किया!

प्रशांत भूषण सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के सामने झुके। वकालत छिन जाने और जेल...

प्रशांत भूषण को याद रखना चाहिए कि कानून सबसे ऊपर है और नैतिकता को बनाए रखना चाहिए। आखिरकार विख्यात वकील प्रशांत भूषण, उच्चतम न्यायालय की...
न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा को 31 अगस्त और 1 सितंबर को विवादास्पद टेलीकॉम एजीआर बकाया भुगतान मामले पर और वकील प्रशांत भूषण पर न्यायालय की अवमानना के आरोपों पर निर्णय देना है।

न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अगुवाई वाली पीठ द्वारा टेलीकॉम एजीआर और प्रशांत भूषण न्यायालय...

न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा के सेवानिवृत्ति के लिए बचे मुश्किल से दो दिन (31 अगस्त और 1 सितंबर) के साथ, पूरा व्यवसायी-कानूनी-राजनीतिक-सामाजिक दुनिया उनके दो...
सबसे लंबे समय तक, वामपंथी-उदारवादी-कांग्रेस समर्थित तंत्र ने सोशल मीडिया (एसएम) के साथ-साथ मुख्यधारा की मीडिया (एमएसएम) को नियंत्रित किया और अब एक तटस्थ आवाज ने उन्हें जकड़ लिया है!

फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नियंत्रण खो देने के बाद कांग्रेस, वामपंथियों (लेफ्ट-लिबरल)...

लेफ्ट-लिबरल्स और कांग्रेस में उनके सहयोगी गंदी चालें चलने और आरोप लगाने में माहिर हैं। हालिया मामला है फेसबुक के भारत में संचालन के...
स्वप्ना और सरिथ ने स्वीकार किया कि 23 यात्राओं में राजनयिक सामान के माध्यम से 152 किलोग्राम वजन सोने की तस्करी हुई

अभियुक्त यूएई के पूर्व कर्मचारी स्वप्ना और सरिथ ने स्वीकार किया कि एक साल...

केरल के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) वाणिज्य दूतावास के माध्यम से राजनयिक सामान का दुरुपयोग करके सोने की तस्करी में आरोपी लोगों से पूछताछ...
कोई भी सेना या पुलिस निम्न स्तर पर, बेतरतीब, देश भर में फैली, लेकिन बिना रुके, होती हिंसा का मुकाबला नहीं कर सकती। कोई भी समाज हर घर पर पुलिस की एक चौकी का भार नहीं उठा सकता। कोई भी ऐसे आरयूएलएलएस समाज में रहना पसंद नहीं करेगा।

निम्न स्तर पर, बेतरतीब देश भर में फैली, बिना रुके होती हिंसा (आरयूएलएलएस): जिहाद...

नोट: शब्द आरयूएलएलएस (बेतरतीब बिना रुके निम्न-स्तरीय होती हिंसा) को Nimittekam.org के डॉ ओमेंद्र रत्नु ने गढ़ा था। दक्षिण अफ्रीका में 1911 में गोरे 22%...
भाजपा सरकार इन हिंदू विरोधी संगठनों का समर्थन क्यों ले रही है और उन्हें हिंदू मंदिरों के अधिग्रहण के मामले में हस्तक्षेप करने की अनुमति क्यों दे रही है?

उत्तराखंड राज्य भाजपा सरकार हिंदू मंदिरों को हथियाने की कोशिश क्यों कर रही है?

क्या धर्मांतरण एनजीओ काम पर लगे हैं? कोई शरारत कर रहा है। और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को इसकी तह तक जाने की जरूरत है।...
मोदी और चीन के बीच मौजूद खुशमिजाजी पर एक आलोचनात्मक नज़र और क्या गलत हुआ!

नरेंद्र मोदी-शी जिनपिंग संबंधों में गलत क्या हुआ?

गालवान में भारत और चीन के बीच दोनों पक्षों के सैनिकों में बर्बर संघर्ष में मौतों के बाद, पूरी दुनिया एक सवाल पूछ रही...
मुख्यधारा की मीडिया (एमएसएम) में अब यह फैशन बन गया है कि कोई व्यक्ति किसी मुद्दे पर चुप क्यों हैं उसे लेकर उपद्रव मचाना और स्वयं उसपर हल्ला मचाकर दोषारोपण करना। कभी कभी शोर कान फाड़ने वाला होता है!

चुनिंदा आक्रोश – “मेरा पत्रकार” बनाम “तुम्हारा पत्रकार” लक्षण अब चरम पर है

हर कोई खुद को निष्पक्ष और तटस्थ कहलाना चाहता है लेकिन उनके शब्द उनके झुकाव को धोखा देते हैं यह वह समय है जब पत्रकारों...
दिल्ली दंगों की रूपरेखा तैयार करने के मामले में खालिद सैफी 26 फरवरी से हिरासत में है, खालिद पर कुछ पत्रकारों, शिक्षाविदों और अधिवक्ताओं के माध्यम से धन उगाहने (काले धन को वैध बनाना) का आरोप लगाया गया है!

कई पत्रकार दिल्ली दंगों के मामलों के आरोपी जेहादी खालिद सैफी से अपने संबंधों...

दिल्ली में हुए दंगों और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के प्रमुख संचालक खालिद सैफ़ी के साथ अपने संबंधों को...

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