आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामला: ईडी ने काले धन को वैध बनाने (मनी लॉन्ड्रिंग) के आरोप में चिदंबरम और कार्ति के खिलाफ आरोप-पत्र दर्ज किया

काफी देरी के बाद, प्रवर्तन निदेशालय ने आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम और कार्ति के खिलाफ आरोप-पत्र दर्ज किया है

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काफी देरी के बाद, प्रवर्तन निदेशालय ने आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम और कार्ति के खिलाफ आरोप-पत्र दर्ज किया है
काफी देरी के बाद, प्रवर्तन निदेशालय ने आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम और कार्ति के खिलाफ आरोप-पत्र दर्ज किया है

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के आरोप-पत्र और भारत और विदेशों में संपत्तियों को संलग्न करने के बाद, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति को आईएनएस मीडिया रिश्वत मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में आरोपित किया। विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहर के समक्ष कार्ति और उनकी कंपनियों द्वारा आईएनएक्स मीडिया में लगभग पांच करोड़ रुपये की रिश्वत और वसन आई केयर ग्रुप के शेयरों की खरीद में आपराधिक साजिश और बड़ा लाभ कमाने और विदेशों में संपत्तियों की खरीद हेतु आरोप-पत्र दर्ज किया गया। ईडी ने अक्टूबर 2018 में कार्ति और उनकी कंपनियों की दिल्ली, ऊटी, लंदन और स्पेन में टेनिस अकादमी की 54 करोड़ रुपये की संपत्ति संलग्न की थी। इन संपत्तियों की कीमत आज 200 करोड़ रुपये से अधिक होने की उम्मीद है[1]

आईएनएक्स रिश्वत का मामला ईडी ने दिसंबर 2014 में एयरसेल-मैक्सिस घोटाले के सिलसिले में कार्ति की कंपनियों पर आयकर विभाग के साथ संयुक्त छापेमारी के दौरान पाया था। ईडी के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने छापा मारा था और उन्होंने चिदंबरम परिवार द्वारा 14 देशों और 21 अघोषित विदेशी बैंक खातों में संपत्तियों की एक बड़ी सूची का खुलासा किया। पीगुरूज ने ‘चिदंबरा रहस्या’ नामक एक लेख में इन परिसंपत्तियों का विस्तार से विवरण दिया है[2]

इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़े।

रिश्वत देने वाली इंद्राणी ने पहले ही आईएनएक्स मीडिया मामले में अपना कबूलनामा दे दिया है और अब सरकारी गवाह बन गयी हैं[3]। आईएनएक्स मीडिया मामले में, कार्ति की गिरफ्तारी के बाद, चिदंबरम ने भी सीबीआई, ईडी की हिरासत और जेल में 106 दिन बिताए। चिदंबरम ने अदालतों से जमानत पाने के लिए यहां तक झूठ बोल दिया कि उन्हें क्रोहन रोग जैसी बहुत अजीबोगरीब बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है और उनके अधिवक्ताओं ने अदालतों के सामने गुहार लगाई है कि इन बीमारियों से दिल का दौरा और कैंसर हो सकता है[4]

सीबीआई मामले में चिदंबरम और कार्ति कई आईएएस अधिकारियों के साथ आरोप-पत्रित हैं[5]। सीबीआई के मामलों के अनुसार, भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता प्रावधान के तहत छह महीने से सात साल तक की सजा का प्रावधान है। इस मामले में मुकदमा शुरू हो गया है। धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत ईडी के आरोप-पत्र में तीन से सात साल के कारावास की परिकल्पना है।

चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति पहले ही एयरसेल-मैक्सिस घोटाले में सीबीआई और ईडी द्वारा आरोप-पत्रित हैं। एजेंसियों ने अधिक साक्ष्य देने के लिए न्यायालय से और समय मांगा। चिदंबरम की पत्नी नलिनी को भी कोलकाता की एक अदालत में शारदा चिट फंड घोटाले में आरोप-पत्रित किया गया है। कार्ति और उनकी पत्नी श्रीनिधि भी चेन्नई के विशेष न्यायालय में आयकर आरोप पत्र का सामना कर रहे हैं।

संदर्भ:

[1] आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामले में ईडी ने कार्ति चिदंबरम की 54 करोड़ रुपये की संपत्तियां संलग्न कींOct 12, 2018, hindi.pgurus.com

[2] Chidambara Rahasya – Details of huge secret assets & foreign bank accounts of Chidambaram familyMar 15, 2017, PGurus.com

[3] आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामला – रिश्वत देने वाली इंद्राणी सरकारी गवाह बनीJul 5, 2019, hindi.pgurus.com

[4] Crooked Chidambaram’s fake diseases claim torpedoed. AIIMS reports to the High Court that PC has no health issuesNov 2, 2019, PGurus.com

[5] आईएनएक्स मीडिया रिश्वत: चिदंबरम, कार्ति, परिवार के लेखाकार (अकाउंटेंट), पीटर, वित्त मंत्रालय के छह अधिकारी और चार कंपनियों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिलOct 19, 2019, hindi.pgurus.com

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