
गिरफ्तारी के 60 दिनों के भीतर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामले में पूर्व वित्त और गृह मंत्री पलान्यप्पन चिदंबरम को उनके बेटे कार्ति चिदंबरम और टीवी चैनल कंपनी के मालिक पीटर मुखर्जी के साथ आरोप-पत्रित किया। पूर्व वित्त मंत्री सहित कुल 10 व्यक्ति और चार कंपनियां आरोप-पत्रित हैं। अन्य लोगों में भास्कररमन (चिदंबरम परिवार के चार्टर्ड एकाउंटेंट), सरकारी अधिकारी सिंधुश्री खुल्लर, अनूप पूजारी, प्रबोध सक्सेना, पी के बग्गा, रवीन्द्र प्रसाद, अजीत कुमार डुंगडुंग भी शामिल हैं।
आरोप-पत्र में दर्ज की गई कंपनियों में आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (जिसे अब 9X मीडिया लिमिटेड नाम दिया गया है), आईएनएक्स न्यूज़ प्राइवेट लिमिटेड (जिसे अब डायरेक्ट न्यूज़ प्राइवेट लिमिटेड नाम दिया गया है) और रिश्वत का पैसा कार्ति की कम्पनियों चैस मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और एडवांटेज स्ट्रेटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से लेनदेन किया गया।
सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और नीति अयोग के पूर्व सीईओ सिंधुश्री खुल्लर चिदंबरम के करीबी विश्वासपात्र थे और जब आईएनएक्स मीडिया रिश्वत घोटाला हुआ, तब वह वित्त मंत्रालय में एक अतिरिक्त सचिव थे। अनूप के पुजारी आईएएस वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव थे और आईएएस अधिकारी प्रबोध सक्सेना विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) में तत्कालीन निदेशक थे। आरोपी के रूप में उल्लेखित एफआईपीबी के अन्य अधिकारी तत्कालीन अवर सचिव रवीन्द्र प्रसाद और तत्कालीन अनुभाग अधिकारी अजीत कुमार डुंगडुंग थे। चिदंबरम के सेवक और वित्त मंत्रालय में पूर्व विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी), पीके बग्गा को भी आरोपी बनाया गया है। बग्गा ने बाद में प्रसिद्ध कानूनी कम्पनी (लॉ फर्म) सिरिल अमरचंद मंगलदास (Cyril Amarchand Mangaldas) – जिसका कई बार चिदम्बरम द्वारा वकील के रूप में प्रतिनिधित्व किया गया, में एक सलाहकार के रूप में काम किया। आरोपी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और जालसाजी के आईपीसी प्रावधानों के तहत आरोपित किये गए हैं।
सुनवाई अदालत (ट्रायल कोर्ट) द्वारा 21 अक्टूबर को आरोप-पत्रों पर सीबीआई की प्रारंभिक दलीलें सुनने की उम्मीद है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पैसों के लेनदेन से संबंधित जांच पूरी होने के बाद सीबीआई द्वारा एक अतिरिक्त आरोप-पत्र दाखिल करने की उम्मीद है। वर्तमान में, सीबीआई ने आईएनएक्स मीडिया से कार्ति की कम्पनी एडवांटेज कंसल्टिंग को किये गए 9.9 लाख रुपये के लेनदेन की दिखाया है। सीबीआई से उम्मीद है कि जल्द ही कार्ति की अन्य कम्पनी चैस मैनेजमेंट को किये गए 3.4 करोड़ रुपये के लेनदेन को दर्ज किया जाएगा। जांचकर्ताओं के अनुसार, एजेंसी कार्ति की कम्पनियों को किये गए इन भुगतानों के लिए विदेशी बैंकों से लेटर्स रोगेटरी (एलआर) के जवाब का इंतजार कर रही है।
एजेंसी गवाह इंद्राणी मुखर्जी के कबूलनामे की भी पुष्टि कर रही है जिन्होंने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने कार्ति को 5 मिलियन डॉलर (25 करोड़ रुपये) का भुगतान किया और चिदंबरम ने देश के बाहर कर आश्रयों की कम्पनियों का सुझाव दिया।
इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़े।
आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामले का खुलासा ईडी के जांच अधिकारी राजेश्वर सिंह ने एयरसेल-मैक्सिस घोटाले की जांच के सिलसिले में चिदंबरम के घर और कार्ति की कम्पनियों पर छापे के दौरान किया था [1]।
प्रवर्तन निदेशालय आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामले में धन शोधन संबंधी अपराधों के लिए आने वाले महीनों में पिता और पुत्र की जोड़ी को भी आरोपित करेगा। ईडी ने पहले ही इस मामले में ऊटी, दिल्ली, लंदन और स्पेन में 54 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है। चिदंबरम और कार्ति पर पहले ही एयरसेल-मैक्सिस घोटाले में सीबीआई और ईडी द्वारा आरोप-पत्र दर्ज हो चुके हैं। कार्ति, उसकी मां नलिनी और उसकी पत्नी श्रीनिधि पर पहले से ही काले धन शोधन कानून के तहत आरोप दर्ज किए गए हैं।
संदर्भ:
[1] आईएनएक्स मीडिया रिश्वत मामला – सीबीआई ने भ्रष्ट चिदंबरम के साथ सांठगांठ के लिए चार अधिकारियों के खिलाफ अभियोजन के लिए मंजूरी मांगी – June 21, 2019, Hindi.PGurus.com
- मुस्लिम, ईसाई और जैन नेताओं ने समलैंगिक विवाह याचिकाओं का विरोध करते हुए भारत के मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रपति को पत्र लिखा - March 31, 2023
- 26/11 मुंबई आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा पूर्व परीक्षण मुलाकात के लिए अमेरिकी न्यायालय पहुंचा। - March 30, 2023
- ईडी ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी में शामिल फिनटेक पर मारा छापा; 3 करोड़ रुपये से अधिक बैंक जमा फ्रीज! - March 29, 2023
[…] […]