सीबीआई और ईडी के मामलों का सामना कर रहे है टाटा – एयर एशिया और टाटा संस को एयर इंडिया के लिए बोली लगाने हेतु अयोग्य ठहराया जाना चाहिए: सुब्रमण्यम स्वामी

डॉ स्वामी ने हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा कि एयरलाइन परिचालन में अवैधता के लिए सीबीआई/ ईडी की जाँच का सामना कर रही एक कंपनी को एयर इंडिया खरीदने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

1
749
डॉ स्वामी ने हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा कि एयरलाइन परिचालन में अवैधता के लिए सीबीआई/ ईडी की जाँच का सामना कर रही एक कंपनी को एयर इंडिया खरीदने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
डॉ स्वामी ने हरदीप सिंह पुरी को पत्र लिखा कि एयरलाइन परिचालन में अवैधता के लिए सीबीआई/ ईडी की जाँच का सामना कर रही एक कंपनी को एयर इंडिया खरीदने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

स्वामी ने नागरिक उड्डयन मंत्री से एयर इंडिया की बोली से टाटा संस और भागीदार मलेशियाई फर्म एयर एशिया को अयोग्य घोषित करने की मांग की

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को मांग की कि नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को एयर एशिया और टाटा ट्रस्ट के अधिकारियों के खिलाफ चल रहे उच्च न्यायालय के मामले और सीबीआई एवं ईडी की जाँच के कारण टाटा संस और उनके साझेदार मलेशियाई कंपनी एयर एशिया को एयर इंडिया की बोली प्रक्रिया हेतु अयोग्य घोषित किया जाए। वर्तमान में एयर एशिया के मलेशियाई मालिक टोनी फर्नांडीज और टाटा ट्रस्ट के आर वेंकटरमण और प्रत्यर्पित व्यवसायिक बिचौलिए दीपक तलवार, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा दी गई अवैध विदेशी प्रत्यक्ष विदेशी मंजूरी के मामले में, डॉ स्वामी द्वारा उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के बाद, सीबीआई और ईडी के मामलों में आरोपी हैं[1]। टाटा ट्रस्ट्स के मैनेजिंग ट्रस्टी (प्रबंधक न्यासी) वेंकटरमण जो एयर एशिया के बोर्ड में भी शामिल हैं, से सीबीआई द्वारा कई बार पूछताछ की गयी है और दीपक तलवार को दुबई से प्रत्यर्पित किया गया था और वर्तमान में वह तिहाड़ जेल में बंद है। टाटा से साझेदारी के साथ एयर एशिया को 2013 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार द्वारा बिल्कुल अवैध तरीके से भारत में गतिविधियाँ संचालित करने की अनुमति दी गई थी और इस संदिग्ध सौदे में चिदंबरम भी सीबीआई और ईडी के रडार पर थे।

स्वामी ने 24-पेज की अपनी शिकायत में नागरिक उड्डयन मंत्री को उच्च न्यायालय और सीबीआई और ईडी में चल रहे उनके मामलों के दस्तावेज मुहैया कराते हुए कहा – “सार्वजनिक हित में और न्याय के हित में, टाटा संस और/ या किसी भी अन्य विदेशी या घरेलू एयरलाइंस के साथ संयुक्त उद्यम में या अकेले, को तब तक बोली लगाने की प्रक्रिया से या सरकार द्वारा शुरू की गयी नेशनल कैरियर (राष्ट्रीय उड़ान सेवा) एयर इंडिया को खरीदने की किसी अन्य प्रक्रिया हेतु अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए, जब तक कि माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय और अपीलीय न्यायालय जैसे, सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष मेरी जनहित याचिका के अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने और ईडी या सीबीआई या किसी अन्य प्राधिकारी के पास लंबित कोई भी जांच पूरी नहीं हो जाती।” दस्तावेजों के साथ सुब्रमण्यम स्वामी की 24 पन्नों की शिकायत इस लेख के नीचे प्रकाशित की गयी है।

रतन टाटा और सायरस मिस्त्री टाटा से अलग होकर मलेशियाई कंपनी एयर एशिया के साथ सौदा किया। साइरस मिस्त्री के फॉरेंसिक ऑडिट (न्यायिक लेखापरीक्षण) में पाया गया कि टाटा-एयर एशिया सौदे में पैसा अमेरिका द्वारा घोषित आतंकवादी हामिद रजा मलकोटिपुर को दिया गया था।

औचित्य का अनादर और अवैधता का तर्क [एक प्रथम दृष्टया आपराधिक संदिग्ध पक्ष, टाटा एंड संस के प्रमुख रतन टाटा को एयर इंडिया की बोली प्रक्रिया में भाग लेने की अनुमति देना], यह आपकी अध्यक्षता वाली संसदीय सलाहकार समिति की बैठक के समक्ष मेरे द्वारा प्रस्तुत तथ्यों के अतिरिक्त है।”

इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़े।

स्वामी ने कहा – “लोकसभा और राज्यसभा के कई दलों के प्रतिनिधियों वाली उस बैठक में उपस्थित सांसदों के भारी बहुमत ने मेरे साथ सहमति व्यक्त की थी, तब समिति के सांसदों ने आपकी याचिका, कि एयर इंडिया को होने वाले आर्थिक नुकसान ने आपके सामने कोई अन्य विकल्प नहीं छोड़ा है, के बावजूद राष्ट्रीय हित में एयर इंडिया के निजीकरण का विरोध किया था।”

रतन टाटा और सायरस मिस्त्री टाटा से अलग होकर मलेशियाई कंपनी एयर एशिया के साथ सौदा किया। साइरस मिस्त्री के फॉरेंसिक ऑडिट (न्यायिक लेखापरीक्षण) में पाया गया कि टाटा-एयर एशिया सौदे में पैसा अमेरिका द्वारा घोषित आतंकवादी हामिद रजा मलकोटिपुर को दिया गया था। पीगुरूज ने इस संबंध में एक विस्तृत लेख प्रकाशित किया था[1]

कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार के दौरान रतन टाटा की अगुआई वाले टाटा समूह का नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में प्रवेश एक सरासर उल्लंघन था। पहले मलेशियाई कंपनी एयर एशिया के माध्यम से और फिर दूसरी कंपनी विस्तारा को खोलना। इन दोनों कंपनियों को नागरिक उड्डयन में काम करने की अनुमति देकर संपूर्ण नागरिक उड्डयन नियमों का उल्लंघन किया गया

सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्री से की गयी 24 पन्नों की शिकायत नीचे प्रकाशित है:

Subramanian Swamy’s Complaint to Civil Aviation Minister on Air India Tender Attended by Tata-Air Asia by PGurus on Scribd

संदर्भ:

[1] एयर एशिया घोटाला : मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी फर्नांडीस और टाटा ट्रस्ट के प्रमुख वेंकट के खिलाफ मुकदमा दर्ज। चिदम्बरम और अजीत सिंह को जल्द ही समन भेजा जाएगा!May 30, 2018, hindi.pgurus.com

[2] Money flown terrorist Tatas/Air-Asia deal: Swamy urges CBI to probe Dec 02, 2016, PGurus.com

1 COMMENT

  1. […] ने आपत्ति की लेकिन बाद में मंत्री हरदीप सिंह पुरी के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन […]

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.