भारत की प्रमुख समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) नकली खबरों को बनाने, गलत खबर को चलाना और अपमान विनिर्माण करने के मामलों में एक के बाद एक विवाद में फँसती हुई प्रतीत हो रही है। एक वरिष्ठ महिला एंकर के खिलाफ एक वरिष्ठ कर्मचारी के संबंध में प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) से नवीनतम सूचना है। शीर्ष प्रबंधन द्वारा मामले को दबाना, तहलका में जो हुआ उसके बारे में याद दिलाता है।
पीटीआई के बिजनेस न्यूज़ के प्रमुख अम्मर जैदी को सार्वजनिक समारोह में एक बिजनेस टीवी चैनल के एक प्रसिद्ध महिला एंकर के साथ अपशब्द बोलने के बारे में शिकायत में नामित किया गया है। प्रिंट.इन (‘Print.in’) ऑनलाइन समाचार साइट और अन्य ने जैदी द्वारा प्रसिद्ध महिला पत्रकार की ओर इस निंदाजनक घटना की सूचना दी है।[1]
शर्मनाक घटना कुछ महीने पहले तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) द्वारा आयोजित एक समारोह में हुई और महिला पत्रकार को ओएनजीसी अध्यक्ष के साथ एक साक्षात्कार मिला। इसने पीटीआई के बिजनेस न्यूज डिवीजन के प्रमुख अम्मर जैदी को उकसाया, क्योंकि वे महिला पत्रकार को विशेष समाचार प्राप्त होने से परेशान हो गए, और उन्होंने ओएनजीसी अध्यक्ष और महिला पत्रकार का सार्वजनिक रूप से दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया। कई पत्रकार जो उस बुरे बर्ताव के साक्षी थे, ने कहा कि जैदी आपा खो चुका था और महिला पत्रकार को उत्तेजक कपड़ों द्वारा ओएनजीसी अध्यक्ष को लुभाने का आरोप लगाकर बदजबानी की।
यह पता चला है कि कई महिला पत्रकारों ने पीसीआई और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) को अम्मर जैदी के अत्याचारी व्यवहार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मंत्रालय ने उचित कार्रवाई के लिए पीसीआई को शिकायतें भेजीं और पीसीआई ने पीटीआई और अम्मर जैदी से जवाब मांगा। चौंकाने वाला तथ्य है पीटीआई शीर्ष प्रबंधन का रवैया, जो इस बात से इनकार करता है कि इसके वरिष्ठ पत्रकार द्वारा ऐसी कोई कार्यवाही हुई थी। पीटीआई के मुख्य सम्पादक विजय जोशी और उप सम्पादक प्रियंका टिकू इस घटना के बारे में द्विपक्षीय और सुरक्षात्मक जवाब देकर अपने सहयोगी अम्मर जैदी की रक्षा के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं।
विजय जोशी की अध्यक्षता में पीटीआई के शीर्ष प्रबंधन के दृष्टिकोण से दिल्ली में कई महिला पत्रकार नाराज हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जोशी पहले लोकसभा के स्थायी मीडिया पास पाने के लिए नकली अनुभव घोषित करने के लिए कार्यवाही से बाहर निकलने में मदद करने के लिए अम्मर जैदी को बचाने की कोशिश कर रहे थे। पीगुरूज ने पहले संसद की रिपोर्टिंग में अपना अनुभव बनाने में विजय जोशी द्वारा किए गए धोखाधड़ी और प्रेस मान्यता समिति द्वारा पकड़े जाने के बारे में बताया है [2]। कई पत्रकारों का कहना है कि ज़ैदी ने जोशी को, झूठी गवाही द्वारा सांसद का पार-पत्र प्राप्त करने के इल्जाम, से बचाने के लिए पक्ष जुटाव किया था। और अब यह लड़कों के संघ में एहसान चुकाने का समय है ऐसा आरोप वे लगाते हैं।
पीटीआई बोर्ड में इंडियन एक्सप्रेस के ‘विवेक गोयनका, टाइम्स ऑफ इंडिया के विनीत जैन, हिंदुस्तान टाइम्स’ की शोभना भारती और द हिंदू के एन रवि जैसी कई प्रतिष्ठित मीडिया हस्ती शामिल हैं। क्या ये व्यक्ति महिला पत्रकारों के यौन शोषण से जुड़े मामलों में पीटीआई के ग़लत प्रबंधन को सुधारने में हस्तक्षेप करेंगे?
संधर्ब:
[1] Press Trust of India journalist accused of ‘sexual harassment’ – Jun 11, 2018, Print.In
[2] PTI Editor Vijay Joshi caught for making false claims by Lok Sabha. Permanent pass withheld – Nov 28, 2017, PGurus.com
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