भारतीय सांसदों के क्रोध का सामना करते हुए, ट्विटर ने लेह, जम्मू और कश्मीर को गलत तरीके से चीन के हिस्से के रूप में दिखाने हेतु संसदीय समिति से माफी मांगी

ट्विटर इंडिया ने गलत नक्शा दिखाने को लेकर संयुक्त संसदीय समिति से मौखिक रूप से माफी मांगी!

2
1038
ट्विटर इंडिया ने गलत नक्शा दिखाने को लेकर संयुक्त संसदीय समिति से मौखिक रूप से माफी मांगी!
ट्विटर इंडिया ने गलत नक्शा दिखाने को लेकर संयुक्त संसदीय समिति से मौखिक रूप से माफी मांगी!

कई सांसदों ने भारत में ट्विटर की कार्य शैली को व्यक्त किया और सवाल उठाए

सांसदों के क्रोध का सामना करते हुए, ट्विटर इंडिया ने गुरुवार को व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा पर एक लाइव प्रसारण में लेह और जम्मू-कश्मीर को चीन के हिस्से के रूप में दर्शाने हेतु संयुक्त संसदीय समिति से मौखिक माफी माँगी है। यह पता चला है कि सांसदों ने ट्विटर इंडिया के प्रतिनिधियों को चेतावनी दी है कि भारत के नक्शे को विकृत करने की स्थिति में सात साल की जेल की सजा भुगतनी होगी, और ट्विटर के प्रतिनिधियों को लिखित में माफी माँगने को कहा। ट्विटर ने जल्द से जल्द माफी माँगने का आश्वासन दिया।

लिखित माफी माँगी

भारत की प्रमुख समाचार एजेन्सी पीटीआई ने बताया – कड़ी नाराजगी दिखाते हुए, समिति ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट से लिखित माफी मांगने और मामले में एक हलफनामा प्रस्तुत करने को कहा है। ट्विटर के प्रतिनिधि, भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की अध्यक्षता वाली समिति के समक्ष पेश हुए, और “भीख मांगी”, लेकिन उन्हें सदस्यों द्वारा स्पष्ट रूप से कहा गया कि यह एक आपराधिक कृत्य था जिसने देश की संप्रभुता पर प्रश्न चिन्ह लगाया और ट्विटर द्वारा आवश्यक रूप से एक शपथ पत्र (हलफनामा) प्रस्तुत किया जाना चाहिए, ट्विटर इंडिया की मार्केटिंग शाखा द्वारा नहीं बल्कि ट्विटर इंडिया द्वारा।

लेह की अपनी यात्रा के दौरान दिग्गज पत्रकार नितिन गोखले द्वारा भारत का गलत नक्शा दिखाने के लिए ट्विटर को पकड़ा गया था।

मीनाक्षी लेखी ने बैठक के बाद मीडिया को बताया, “समिति इस बात पर एकमत थी कि लद्दाख को चीन का हिस्सा दिखाने के बारे में ट्विटर की समझ एक गलती थी।” ट्विटर प्रतिनिधियों ने समिति को बताया कि सोशल मीडिया कंपनी भारत की संवेदनशीलता का सम्मान करती है

इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़े।

लेखी ने कहा – “लेकिन, यह केवल भारत या भारतीयों की संवेदनशीलता का सवाल नहीं है। यह राष्ट्रीय अखंडता और देश की संप्रभुता का सवाल है, और इसका सम्मान नहीं करना एक दंडनीय अपराध है। और भारत के नक्शा को अनुचित और गलत तरीके से प्रदर्शित करना एक देश विरोधी अपराध है और इसमें सात साल के कारावास का प्रावधान है।” उन्होंने यह भी कहा कि ट्विटर से उसकी प्रतिबंध नीति (बैनिंग पॉलिसी) के बारे में भी पूछा गया।

लेखी ने कहा – “शैडोबैनिंग, बैनिंग पॉलिसी… इसके बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। इस तरह की कार्रवाई बहुत ही व्यक्तिपरक (अलग अलग लोगों के साथ अलग अलग व्यवहार) है…ट्विटर खुद के कानून थोप रहा है और इन परिस्थितियों में, वे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता यानी संविधान के अनुच्छेद 19 का उल्लंघन कर रहे हैं।”

कई सांसदों ने भारत में ट्विटर की कार्य शैली को व्यक्त किया और ट्विटर की पारदर्शिता नीति एवं चुनाव के दौरान उसकी गतिविधियों पर भी सवाल उठाए, विशेष रूप से अन्य देशों में अपनाई जाने वाली उनकी नीतियों की तुलना में। मीनाक्षी लेखी और बीजेडी सांसद भर्तृहरि महताब ने ट्विटर के प्रतिनिधियों को याद दिलाया कि उन्हें भारत में व्यापार करते समय भारतीय नियमों का पालन करना होगा।

वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने ट्विटर के सीईओ को पत्र लिखा

इससे पहले कड़े शब्दों में लिखे पत्र के माध्यम से, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रोद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अजय साहनी ने ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी से भारतीय नागरिकों की संवेदनशीलता का सम्मान करने के लिए कहा। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत की संप्रभुता और अखंडता का अनादर करने का प्रयास, चूँकि राष्ट्र की आखंडता मानचित्रों द्वारा भी परिलक्षित होती है, पूरी तरह से अस्वीकार्य और गैरकानूनी है। साहनी ने एक मध्यस्थ के रूप में ट्विटर की तटस्थता और निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए।

ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कहा कि वे भारत सरकार के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और वे पत्र में अपेक्षित संवेदनाओं का सम्मान करते हैं एवं उन्हें स्वीकार करते हैं। लेह की अपनी यात्रा के दौरान दिग्गज पत्रकार नितिन गोखले द्वारा भारत का गलत नक्शा दिखाने के लिए ट्विटर को पकड़ा गया था। उन्होंने देखा कि ट्विटर चीन में अपनी लोकेशन दिखा रहा था और इसके बाद यह मामला एक बड़ा विवाद बन गया। ट्विटर इंडिया की माफी पर प्रतिक्रिया देते हुए नितिन गोखले ने ट्वीट किया:

2 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.