दिल्ली उच्च न्यायालय ने ईडी को टाटा-एयर एशिया सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग पर जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया। साइरस मिस्त्री की फॉरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट में दुबई स्थित आतंकवादी को पैसा भेजना दिखाया गया है

दिल्ली उच्च न्यायालय ने ईडी से टाटा-एयर एशिया सौदे में कथित धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) पर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है!

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दिल्ली उच्च न्यायालय ने ईडी से टाटा-एयर एशिया सौदे में कथित धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) पर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है!
दिल्ली उच्च न्यायालय ने ईडी से टाटा-एयर एशिया सौदे में कथित धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) पर अपनी रिपोर्ट देने को कहा है!

दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को टाटा-एयरएशिया सौदे के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपनी जांच की स्थिति रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया, एयरएशिया के फ्लाइंग लाइसेंस को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने चुनौती दी है। यह उद्योगपति रतन टाटा और एयर एशिया के मालिक मलेशियाई टाइकून टोनी फर्नांडीस के लिए एक बुरा सपना होगा, टोनी फर्नांडिस को टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री द्वारा तैयार की गई न्यायिक लेखापरीक्षण (फॉरेंसिक ऑडिट) रिपोर्ट में उजागर किया गया था।

पीगुरूज ने पहले यह छापा था कि कैसे टाटा-एयर एशिया सौदे में, पैसा ईरानी मूल के अमेरिका द्वारा घोषित आतंकवादी और दुबई के रहने वाले हामिद रजा मलकोटिपोर के खाते में भेजा गया था। यह साइरस मिस्ट्री द्वारा किए गए फोरेंसिक ऑडिट से उजागर हुआ, जो अंततः टाटा संस से उनके बाहर निकाले जाने का कारण बना[1]। 2013 में, सुब्रमण्यम स्वामी ने तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर मुख्य अपराधी के रूप में आरोप लगाते हुए टाटा-एयर एशिया सौदों और जेट-एतिहाद सौदे में धोखाधड़ी की गतिविधियों का आरोप लगाते हुए अदालतों का दरवाजा खटखटाया था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पहले ही रतन टाटा के निकटतम सहयोगी और टाटा ट्रस्ट के प्रमुख वेंकट को एयर एशिया के मालिक टोनी फर्नांडीज के साथ आरोपी के रूप में दर्ज कर लिया है[2]। स्वयं को बचाने के लिए, रतन टाटा सत्ता के सभी गलियारों में दस्तक दे रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने दो बार आरएसएस मुख्यालय का दौरा भी किया और संघ के शीर्ष नेताओं से उन्हें बचाने के लिए अनुरोध किया, परन्तु नकारात्मक जवाब मिला, आरएसएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।

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गुरुवार को चीफ जस्टिस डीएन पटेल और जस्टिस सी हरि शंकर की पीठ ने स्वामी की एयरलाइन के फ्लाइंग लाइसेंस और एयरएशिया (टाटा समूह और मलेशिया की सबसे बड़ी बजट एयरलाइंस एयरएशिया बेरहद, का सयुंक्त उद्यम) को दिए गए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी को चुनौती देने वाली याचिका में ईडी को एक पक्ष बनाया। अदालत ने जांच एजेंसी को निर्देश दिया कि वह 14 मई को सुनवाई की अगली तारीख से पहले एक सीलबंद कवर में अपनी स्थिति रिपोर्ट दाखिल करे। सीबीआई ने पहले ही अपनी जांच रिपोर्ट सीलबंद कवर में दाखिल कर दी थी।

अपनी मुख्य याचिका में, स्वामी ने तर्क दिया है कि वाहक को दिए गए उड़ान अधिकार विदेशी निवेश पर सरकार की नीति का उल्लंघन करते थे। उन्होंने कहा कि नीति के अनुसार, मौजूदा एयरलाइनों को ही केवल विदेशी निवेश की अनुमति दी गई थी और यह अनुमति एयरएशिया इंडिया की तरह नई एयरलाइन शुरू करने के लिए नहीं थी। फेडरेशन ऑफ इंडियन एयरलाइंस (एफआईए) ने भी एयरएशिया को दिए गए उड़ान लाइसेंस का विरोध किया है, एफआईए ने पहले आरोप लगाया था कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) इस मुद्दे पर “जानबूझकर आंखें मूंद रहा है”।

सुप्रीम कोर्ट के 2012 की शुरुआत में विदेशी कंपनियों के 2 जी टेलीकॉम लाइसेंस रद्द करने के बाद, भ्रष्ट कांग्रेस नेताओं ने अरब और मलेशियाई टाइकून (व्यापारियों) को शांत करने के लिए अवैध नागरिक उड्डयन सौदे किए, स्वामी ने जेट-एतिहाद सौदे और टाटा-एयर एशिया सौदों का विस्तृत विवरण देते हुए आरोप लगाया[3]

संदर्भ:
[1] Money flown to terrorist from Tata/ Air Asia deal: Swamy urges CBI to probeDec 2, 2016, PGurus.com

[2] एयर एशिया घोटाला : मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी फर्नांडीस और टाटा ट्रस्ट के प्रमुख वेंकट के खिलाफ मुकदमा दर्ज। चिदम्बरम और अजीत सिंह को जल्द ही समन भेजा जाएगा!May 30, 2018, hindi.pgurus.com

[3] The Airline Scam, exploding now!!!May 30, 2018, PGurus.com

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