टावर के नुकसान का मामला: एयरटेल ने टेलिकॉम विभाग को पत्र लिखा, जियो के आरोपों को आधारहीन और अपमानजनक बताया

जियो के आरोपों कि, एयरटेल ने किसानों को जियो टावरों को नष्ट करने के लिए उकसाया, पर एयरटेल ने पलटवार किया!

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जियो के आरोपों कि, एयरटेल ने किसानों को जियो टावरों को नष्ट करने के लिए उकसाया, पर एयरटेल ने पलटवार किया!
जियो के आरोपों कि, एयरटेल ने किसानों को जियो टावरों को नष्ट करने के लिए उकसाया, पर एयरटेल ने पलटवार किया!

जियो ने एयरटेल और वीआईएल पर किसान प्रदर्शनकारियों को उकसाने का आरोप लगाया!

मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो ने आरोप लगाया कि प्रतिद्वंद्वी टेलकॉम कंपनियां टावरों को क्षतिग्रस्त करने में शामिल आंदोलनकारियों को उकसा रही थीं और उत्तेजित कर रही थीं, इस पर सुनील मित्तल की अगुवाई वाली एयरटेल ने दूरसंचार विभाग (डीओटी) को पत्र लिखकर आरोपों को बेबुनियाद और अपमानजनक बताया। एयरटेल ने दूरसंचार विभाग से कहा कि जियो के आरोपों में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि, भारती एयरटेल का कंपनी के साथ चल रहे मुद्दों में कोई हाथ था और शिकायत को खारिज कर दिया जाना चाहिए, यह उसी की हकदार है।”

एयरटेल द्वारा दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश को लिखे पत्र में कहा गया है कि कंपनी पंजाब और हरियाणा में किसान विरोध के कारण आरजेआईएल (रिलायंस जियो) की सेवाओं को बाधित होने के संदर्भ में रिलायंस जियो द्वारा 28 दिसंबर को विभाग को की गई एक शिकायत से अवगत है। एयरटेल ने कहा कि पहले इसी तरह का आरोप जियो ने दिसंबर में दूरसंचार नियामक को लिखे एक पत्र में लगाया था, जिसका कंपनी ने जवाब दिया था।

एयरटेल ने कहा कि जियो की शिकायत में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जियो के साथ होने वाली घटनाओं के लिए एयरटेल जिम्मेदार है।

अकेले पंजाब में पिछले दो हफ्तों में, जियो के 1500 से ज्यादा टेलीकॉम टावर किसानों के विरोध प्रदर्शन में नष्ट हो गए हैं। किसान प्रदर्शनकारियों ने पहले मुकेश अंबानी और गौतम अडानी उत्पादों का बहिष्कार करने का आग्रह किया, जो अंततः पंजाब में रिलायंस जियो के दूरसंचार टॉवरों पर भारी हमले में बदल गया, पंजाब, एयरटेल के मालिक सुनील मित्तल का मजबूत इलाका है।

भारती एयरटेल के चीफ रेगुलेटरी ऑफिसर (प्रमुख नियामक अधिकारी) राहुल वत्स ने डीओटी (दूरसंचार विभाग) को 28 दिसंबर को लिखे पत्र में कहा, “जियो ने एयरटेल पर, उसके नेटवर्क को नष्ट करने और ग्राहकों को एयरटेल में स्विच (जियो से एयरटेल) करने के लिए मजबूर करने के लिए किसान आंदोलन का सहारा लेने का बेबुनियाद आरोप लगाया है, जो कि अपमानजनक है।” एयरटेल ने कहा कि जियो की शिकायत में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि जियो के साथ होने वाली घटनाओं के लिए एयरटेल जिम्मेदार है।

इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़े।

एयरटेल ने कहा – “वास्तव में, हम इस बात से चकित हैं कि जियो यह कैसे मान सकता है कि, एयरटेल जियो के ग्राहकों को जबरन अपनी ओर मिलाने जितना शक्तिशाली होगा। यदि हमारे पास यह शक्ति होती, तो हमने पिछले तीन वर्षों में यह प्रयोग कर लिया होता, जब जियो ने बड़े पैमाने पर ग्राहक जोड़े थे।”

दूरसंचार विभाग को लिखे जियो के पत्र में दावा किया गया था कि “पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य हिस्सों में आरजेआईएल नेटवर्क की मौजूदा तोड़फोड़ और क्षति की अधिकांश घटनाएं, किसान विरोध प्रदेशनों को भुनाने के लिए किये गए एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) के कुछ वितरकों, खुदरा विक्रेताओं और चैनल भागीदारों के दुर्भावनापूर्ण और उत्तेजक प्रयासों के परिणामस्वरूप हैं।”

एयरटेल ने कहा कि वह 25 वर्षों से दूरसंचार उद्योग में काम कर रहा है, जिसके दौरान उसने ग्राहकों की सेवा के लिए बाजार में कड़ी मेहनत की है। दूरसंचार फर्म ने कहा कि उसने हमेशा एक चरित्र और पारदर्शिता के साथ कारोबार किया है।

जियो ने कहा था कि अभियान का लक्ष्य उसकी सेवाओं को बाधित करना और अन्य नेटवर्क पर मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इन व्यवधानों का लाभ उठाना है। जियो ने अपने पत्र में कहा है कि “स्पष्ट रूप से साक्ष्य इन दुर्घटनाओं में एयरटेल और वीआईएल के साझेदार चैनलों की प्रत्यक्ष भागीदारी को, साथ ही साथ उन्हें रोकने में एयरटेल और वीआईएल के अप्रभावीपन को दर्शाते हैं”।

इस बीच, एयरटेल ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कंपनी के खिलाफ जियो की शिकायत “बिल्कुल बुनियादी नहीं” थी और दूरसंचार विभाग से इस शिकायत को खारिज करने का आग्रह किया

एयरटेल ने दूरसंचार विभाग को लिखे अपने पत्र में कहा, “हमने जियो का इतिहास देखा है कि आधारहीन आरोप, धमकाने वाले हथकंडे और अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आक्रामक व्यवहार का उपयोग करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।” एयरटेल ने कहा कि वह 25 वर्षों से दूरसंचार उद्योग में काम कर रहा है, जिसके दौरान उसने ग्राहकों की सेवा के लिए बाजार में कड़ी मेहनत की है। दूरसंचार फर्म ने कहा कि उसने हमेशा एक चरित्र और पारदर्शिता के साथ कारोबार किया है।

एयरटेल ने कहा – “स्थिति की विडंबना देखिये कि जब हमारी ऑपरेटिंग टीमें (संचालन दल) पिछले कुछ दिनों से काफी बातचीत कर रही थीं कि कैसे जियो की टीमों को उनके अनुरोध के आधार पर सहायता प्रदान की जाए, उसी दौरान जियो वास्तव में ओछे पत्र लिखने और घिनौने आरोप लगाने में लगा हुआ था।”

[पीटीआई इनपुट्स के साथ]

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