वैज्ञानिक तरीके से जांच जारी है। फोरेंसिक और मोबाइल फोन डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को कहा कि वे फिल्म स्टार सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के सभी कोणों की जांच कर रहे हैं और कई तकनीकी और फोरेंसिक डेटा का विश्लेषण कर रहे हैं और वैज्ञानिक तरीके से इसकी जांच कर रहे हैं। सीबीआई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को की गयी भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका का जवाब दे रही थी। पिछले 145 दिनों से सुशांत मामले की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सीबीआई को अधिकार दिया गया है और तीन पन्नों के पत्र में एजेंसी ने जांच में पूरी प्रगति की विस्तृत जानकारी दी है।
एसपी नूपुर प्रसाद द्वारा हस्ताक्षरित सीबीआई के विस्तृत नोट में कहा गया – “वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जांच दल ने अलीगढ़, फरीदाबाद, हैदराबाद, मुंबई, मानेसर और पटना जैसे संबंधित सभी स्थानों का दौरा किया। जांच दल और वरिष्ठ अधिकारियों ने कई बार घटनास्थल का दौरा किया, ताकि घटना से संबंधित परिस्थितियों को बेहतर ढंग से समझा जा सके। सीबीआई की केंद्रीय फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल), नई दिल्ली के विशेषज्ञ, जो भारत में अपने क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं, ने भी घटना स्थल का दौरा किया और जांच की। विशेषज्ञों ने सिमुलेशन अभ्यास (घटना का अभिनय) भी किया।”
सीबीआई ने कहा, “सीबीआई नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करते हुए गहन और पेशेवर तरीके से जांच को पूरा कर रही है। जांच के दौरान, सभी पहलुओं को परखा जा रहा है और आज की तारीख तक किसी भी पहलू को जाँच के दायरे से बाहर नहीं किया गया है।”
सीबीआई ने स्वामी को लिखे अपने पत्र में कहा कि “नई दिल्ली के फोरेंसिक मेडिसिन एक्सपर्ट्स (न्यायिक औषधि विशेषज्ञ) ने भी घटना स्थल का दौरा किया और रात में कूपर अस्पताल के मुर्दाघर का दौरा किया और उनके द्वारा अपनाई गई पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया को समझने के लिए ऑटोप्सी सर्जन के साथ मामले पर भी चर्चा की।” एजेंसी ने कहा कि परिस्थितियों और शिकायतकर्ताओं, परिवार के सदस्यों एक स्वतंत्र स्रोतों द्वारा उठाई गयी आशंकाओं को समझने के लिए सभी संबंधित गवाहों की जांच की गई है।
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सीबीआई ने यह भी कहा कि नवीनतम सॉफ्टवेयर सहित उन्नत मोबाइल फोरेंसिक उपकरणों का उपयोग डिजिटल उपकरणों में उपलब्ध प्रासंगिक डेटा को प्राप्त करने और विश्लेषण के लिए किया गया है और मामले से संबंधित प्रासंगिक सेल टॉवर स्थानों के डंप डेटा के विश्लेषण के लिए भी किया गया है। सीबीआई ने कहा, “सीबीआई नवीनतम वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करते हुए गहन और पेशेवर तरीके से जांच को पूरा कर रही है। जांच के दौरान, सभी पहलुओं को परखा जा रहा है और आज की तारीख तक किसी भी पहलू को जाँच के दायरे से बाहर नहीं किया गया है।”
सुब्रमण्यम स्वामी ने सीबीआई के पत्र को ट्वीट किया:
In my reply to my representation to the Prime Minister on the SSR Death Case the CBI has now responded with a reply dt 30th Dec 2020 as below pic.twitter.com/G4vkALSC6l
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 30, 2020
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