भ्रष्ट ट्विटर के लिए ‘कू’ भारत द्वारा करारा जवाब है!
भारत सरकार और ट्विटर के बीच लगातार टकराव के साथ, सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी भारत में नवनिर्मित सोशल मीडिया ऐप ‘कू’ में शामिल हो गए हैं। जावड़ेकर ने शुक्रवार को भारत के माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘कू’ का उपयोग करना शुरू किया, जिसमें कई मंत्री शामिल हुए, जिन्होंने पहले से ही इस पर अपने एकाउंट्स बनाए हुए हैं। रेलवे और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी ‘कू’ ऐप में शामिल होने वाले मोदी मंत्रिमंडल से मंत्री थे। यहां तक कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने भी अपने ‘कू’ अकाउंट से ट्विटर को जवाब दिया। आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी शुक्रवार को कू में शामिल हुए।
जावड़ेकर ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से घोषणा करते हुए कहा, “मैं अब #Koo पर भी हूँ, एक #MakeInIndia (#मेकइनइंडिया) माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म। #KooApp पर @prakashjavadekar पर मुझे फॉलो करें।” इस एप्लिकेशन को 10 महीने पहले लॉन्च किया गया था, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में उपयोगकर्ता संख्या में भारी उछाल देखा गया क्योंकि केंद्रीय मंत्रियों और सरकारी विभागों ने ट्विटर के साथ तनातनी के बीच भारत में निर्मित माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का समर्थन किया है। जावड़ेकर ने ट्वीट किया:
I am now on #Koo also, the #MakeInIndia micro-blogging platform.
Follow me @prakashjavadekar on #KooApp https://t.co/YFMpR5CNKA pic.twitter.com/QrQRHxcOrZ
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) February 12, 2021
आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ‘कू’ से जुड़ने पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया और कहा कि उन्हें जल्दी ही पांच लाख फॉलोअर्स मिल गए:
Great to have 5 Lakh followers on Koo- an Indian micro blogging platform. Thank you everyone for your love and support #VocalForLocal
You can follow me on Koo App – https://t.co/lImf0anORa
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) February 12, 2021
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कुछ किसान प्रदर्शनकारियों द्वारा पोस्ट की गयी कथित रूप से भड़काऊ सामग्री को हटाने से संबंधित अपने आदेश के ट्विटर द्वारा गैर-अनुपालन पर अपना रुख प्रसारित करने के लिए ‘कू’ का इस्तेमाल किया, जबकि मंत्रियों ने लोगों से इस प्लेटफार्म पर आने का आग्रह किया। इन घटनाक्रमों के कारण भारतीय प्रतिद्वंद्वी की उपयोगकर्ता संख्या में उछाल आया है।
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‘कू’, जिसमें ट्विटर के साथ गहरी समानताएं हैं, अब उनके तीन मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं, ‘कू’ के सह-संस्थापक मयंक बिदावटक ने गुरुवार को मीडिया को बताया। यहां तक कि एक अन्य साझेदार अप्रमेय राधाकृष्णन सार्वजनिक प्रसारक दूरदर्शन में अपने उत्पाद की विशिष्टताओं को समझाते हुए दिखाई दिए।
‘कू’ के पास ट्विटर के नीले पक्षी के विपरीत एक पीला पक्षी है। बिदावटक ने कहा, “हमारे पास लगभग 1.5 मिलियन सक्रिय उपयोगकर्ताओं के साथ कुल दो मिलियन उपयोगकर्ता थे। अब, हमने 3 मिलियन का आंकड़ा पार कर लिया है।” ट्विटर के 17.5 मिलियन उपयोगकर्ता हैं और जनता के साथ संवाद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट मंत्रियों द्वारा काफी जोर-शोर से इसका उपयोग किया जाता है।
ऐसी खबरें सामने आई थीं कि ‘कू’ के पास एक चीनी निवेशक है और अप्रमेय राधाकृष्णन ने इसकी पुष्टि की और कहा कि चीनी निवेशक के अगले महीने तक उद्यम छोड़ने की उम्मीद है। खबरों के अनुसार इंफोसिस के मालिक मोहनदास पई ने भी कू ऐप में निवेश किया है[1]।
संदर्भ:
[1] Koo app founder Aprameya Radhakrishna blasts privacy critics, says will get rid of Chinese connection ‘within a month’ – Feb 12, 2021, Zee News
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