नकली दस्तावेजों के लिए और एक साल में 100 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेनदेन के लिए सीबीआई ने बिचौलिए और संपादक उपेंद्र राय के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया

सीबीआई नकली दस्तावेजों और संदिग्ध लेनदेन के अंतर्गत बिचौलिए और संपादक उपेंद्र राय के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया

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नकली दस्तावेजों के लिए और एक साल में 100 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेनदेन के लिए सीबीआई ने बिचौलिए और संपादक उपेंद्र राय के खिलाफ आरोप-पत्र दायर की
नकली दस्तावेजों के लिए और एक साल में 100 करोड़ रुपये से अधिक के संदिग्ध लेनदेन के लिए सीबीआई ने बिचौलिए और संपादक उपेंद्र राय के खिलाफ आरोप-पत्र दायर की

बिचौलिया और संपादक उपेंद्र राय को नकली दस्तावेजों का उपयोग करके संवेदनशील एयरपोर्ट प्रवेश पास (एईपी) प्राप्त करने और सिर्फ 2017-2018 की अवधि के दौरान 100 करोड़ रुपये (14.6 मिलियन डॉलर) के विशाल लेनदेन के लिए केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आरोप-पत्र तैयार किया गया था। सीबीआई उपेंद्र राय के खिलाफ समाचार रिपोर्ट प्रकाशित नहीं करने और उच्च पदासीन आयकर अधिकारियों के साथ मामलों को सुलझाने का वादा करने के लिए अचल संपत्ति फर्म से 15 करोड़ रुपये (2.2 मिलियन डॉलर) का भयादोहन करने के लिए एक और आरोप-पत्र दायर करने की तैयारी में है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा भी 100 करोड़ रुपये से अधिक के काले धन को वैध बनाने के लिए एक पत्रकार के वेश में काम कर रहे इस कुख्यात बिचौलिए के खिलाफ आरोप-पत्र दायर करने की उम्मीद है।

पीगुरूज ने एक विस्तृत लेख लिखा जिसमें पत्रकारिता के चोले का उपयोग करते हुए उपेंद्र राय ने भयादोहन के माध्यम से एकत्रित किये विशाल संपत्तियों और वाहनों के बेड़े और भारत भर में पोश घरों और विदेशों में सम्पत्तियों ब्यौरा है [2]

1 अगस्त को उपेंद्र राय के खिलाफ सीबीआई ने आरोप-पत्र दायर किया था, जिसे संदिग्ध वित्तीय लेनदेन में शामिल होने के लिए एजेंसी ने गिरफ्तार किया था। राय वर्तमान में 3 मई से तिहाड़ जेल में अपने दिन काट रहे हैं। विशेष सीबीआई न्यायाधीश संतोष स्नेही मान के समक्ष दायर आरोप-पत्र में सहायक निदेशक, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो, राहुल राठौर, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक – एयर वन एविएशन आलोक शर्मा और आरोपी के रूप में एक विमानन कंपनी का नाम भी रखा गया। अदालत 6 अगस्त को आरोप-पत्र पर संज्ञान लेगी।

संदिग्ध वित्तीय लेनदेन में शामिल होने और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा झूठी सूचना प्रस्तुत करके हवाई अड्डे के प्रवेश पास को प्राप्त करने के लिए सीबीआई ने उन्हें 3 मई को गिरफ्तार कर लिया था। दिलचस्प बात यह है कि उपेंद्र राय संपादक श्रेणी में प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) मान्यता पत्र धारक भी थे, जो खुद को पूर्णकालिक पत्रकार के रूप में दावा करते थे। वह शारा समूह के मीडिया संगठनों और तहलका पत्रिका के प्रमुख संपादक थे और वर्तमान में एक पोर्टल चला रहे हैं जो प्रिंट लाइन नाम से चलन में है।

अपने आरोप-पत्र में एजेंसी ने कहा कि 2017 के दौरान प्रत्येक लेन-देन 1 लाख रुपये से अधिक का हुआ, और राय के खातों में 79 करोड़ रुपये आये, जबकि इसी अवधि के दौरान 78.51 करोड़ रुपये खाते से निकाल लिए गए। सीबीआई ने प्राथमिकी (एफआईआर) के आधार पर पंजीकृत कथित संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से संबंधित काले धन को वैध बनाने के मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

प्रिंट लाइन नामक अपनी लुटेरी वेबसाइट के नाम पर उपेंद्र राय ने रियल एस्टेट कंपनी व्हाइट लायन के मालिक बलविंदर सिंह मल्होत्रा को धमकी दी थी। आयकर दस्तावेजों को दिखाते हुए राय ने प्रतिकूल रिपोर्टिंग से बचने के लिए मल्होत्रा को 15 करोड़ रुपये का भुगतान करने और आयकर मामले को सुलझाने का वादा किया [1]। मल्होत्रा की शिकायत के अनुसार, सीबीआई ने उपेंद्र राय के खिलाफ दूसरी प्राथमिकी दर्ज की और जल्द ही आरोप-पत्र दायर करने की उम्मीद है।

पीगुरूज ने एक विस्तृत लेख लिखा जिसमें पत्रकारिता के चोले का उपयोग करते हुए उपेंद्र राय ने भयादोहन के माध्यम से एकत्रित किये विशाल संपत्तियों और वाहनों के बेड़े और भारत भर में पोश घरों और विदेशों में सम्पत्तियों ब्यौरा है [2]। उपेंद्र राय, जो कि केवल 36 वर्ष की उम्र के होने का दावा करते हैं, मुंबई में दो फ्लैट हैं, लखनऊ के हजरतगंज में एक, पुणे में एक और अपने गांव में एक बड़ा बंगला और लंदन में एक फ्लैट जो सहारा समूह के दागी संदीप वाधवा के साथ खरीदा। दिल्ली में ग्रेटर कैलाश -1 में भी 30 करोड़ रुपये का बड़ा बंगला है।

आशा दीप बिल्डिंग, फ्लैट नंबर 801, 9, हैली रोड, नई दिल्ली में उपेंद्र राय के पास 10 करोड़ रुपये (1.48 मिलियन अमरीकी डालर) के फ्लैट का मालिकाना हक है, जो नरेश प्रसाद सारेन और मधु सारेन से 6.5 करोड़ रुपये की राशि में खरीदा गया था।

दागी पत्रकार और बिचौलिए के पास 4.5 करोड़ रुपये (0.7 मिलियन डॉलर) की मेबाच कार है। उपेंद्र राय के पास ऑडी 6 पंजीकरण संख्या DL 3CCN 6148 70 लाख रुपये, टोयोटा इनोवा क्रिस्टा (DL3CCN 1915) 25 लाख रुपये, मारुति एसएक्स 4 (DL9CX 3081) 11 लाख रुपये और होंडा एकॉर्ड (DL3CBA 5300) 26 लाख रुपये कीमत की – सभी उपेंद्र राय के नाम पर पंजीकृत हैं।

ध्यान दें:
1. इस आलेख में उपयोग की जाने वाली रूपांतरण दर 1 USD = 68.54 रुपये है

References:

[1] CBI takes custody of Editor-cum-Fixer Upendra Rai for extorting Rs.15 crores from a real estate firmJul 16, 2018, PGurus.com

[2] More details of huge illegal assets & money laundering of Chidambaram’s benami petitioner Upendra RaiApr 22, 2018, PGurus.com

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