धर्म परिवर्तन

जैसे कम्पनी विज्ञापन देकर प्रचार करती है वैसे ही ये धर्म प्रचार करते है और उन्ही कारणो से करते है: उपभोक्ता व आय बढ़ाने के लिए।

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जैसे कम्पनी विज्ञापन देकर प्रचार करती है वैसे ही ये धर्म प्रचार करते है और उन्ही कारणो से करते है: उपभोक्ता व आय बढ़ाने के लिए।
जैसे कम्पनी विज्ञापन देकर प्रचार करती है वैसे ही ये धर्म प्रचार करते है और उन्ही कारणो से करते है: उपभोक्ता व आय बढ़ाने के लिए।

मऊ, उत्तर प्रदेश, में एक ईसाई परिवार की बच्ची का देहांत हो गया, पादरी आया और बोला जीवित कर दूँगा, कुछ क्रिया विधि करनी होगी। तीन दिन क्रिया विधि चलती रही व पादरी पैसे एंठता रहा परिवार से।

तीन दिन बाद प्रशासन ने बल प्रयोग कर बच्ची के शव को पादरी के चंगुल से मुक्त कराया व अंतिम संस्कार किया।

और बिचारे हमारे ब्राह्मण भूखे भी है और बदनाम भी है। अपनी कहानी लिखने का कष्ट नहीं करोगे तो यही होगा।

धर्म परिवर्तन के पीछे यही रहस्य है। पहले ये ठग ग़रीब परिवार को पैसे देते है, व धर्म परिवर्तन के बाद परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी इन्हें पैसे देता है। ग़रीबी भी इनहि के कारण है। पर्यवरण माफ़िया, कोर्ट, व श्रम यूनियन माफ़िया का प्रयोग कर ये उद्योग लगने नहीं देते है व चलते उद्योग बंद कराते है ताकि लोग ग़रीब रहे व धर्म परिवर्तन कर इनकी आय का साधन बने व यौन शोषण के लिए बच्चे उपलब्ध हो। यही कहानी इस्लाम की भी है। इनके अनुयायी ऐसे ही है जैसे कम्पनी के लिए उपभोक्ता होते है। जितने अधिक उपभोक्ता/अनुयायी उतनी अधिक इनकी आय। जैसे कम्पनी विज्ञापन देकर प्रचार करती है वैसे ही ये धर्म प्रचार करते है और उन्ही कारणो से करते है: उपभोक्ता व आय बढ़ाने के लिए।

और बिचारे हमारे ब्राह्मण भूखे भी है और बदनाम भी है। अपनी कहानी लिखने का कष्ट नहीं करोगे तो यही होगा।

और आप? आप भी ब्राह्मण के बारे में इन झूठ कहानियो पर विश्वास करोगे तो सनातन धर्म खो जाएगा और ऐसे ही शवों तक का शोषण आरम्भ हो जाएगा।

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