
मोदी ने परीक्षण के चरण में होने वाले टीके उम्मीदवारों के लिए हर संभव समर्थन और सुगम अनुमोदन प्रक्रिया का आश्वासन दिया!
राजधानी दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जैसे भारतीय शहरों के कई हिस्सों में कोविड महामारी के प्रकोप को देखते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को टीकों के निर्माताओं से कम से कम समय में उत्पादन को बढ़ाने का आग्रह किया, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सके। उनकी उपलब्धियों और व्यावसायिक कुशलता के लिए वैक्सीन निर्माताओं के प्रयासों की सराहना करते हुए, मोदी ने कहा कि हमारे वैक्सीन उद्योग की सबसे बड़ी ताकत इसके ‘सामर्थ्य, संसाधन और सेवा भाव’ हैं, और यही उन्हें दुनिया में वैक्सीन दिग्गज बनाते हैं।
इस तथ्य को बताते हुए कि यहां निर्मित टीके सबसे सस्ते हैं, पीएम मोदी ने कहा कि भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण (वैक्सीन) कार्यक्रम चल रहा है और दोहराया कि उन्हें 1 मई तक गति को बढ़ाना है, क्योंकि 1 मई से टीकाकरण 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए खुल रहा है।
कुछ दिन पहले भारत ने 135 करोड़ की आबादी वाले देश में टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए अमेरिका और यूरोप के टीकों की अनुमति दी है।
“पीएम मोदी ने कहा की कि टीकों के विकास और निर्माण की इस पूरी प्रक्रिया में, देश ने लगातार ‘मिशन कोविड सुरक्षा‘ के तहत सार्वजनिक-निजी भागीदारी की भावना के साथ काम किया है, और एक शुरू से अंत तक वैक्सीन विकास पारिस्थितिकी तंत्र बनाया है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी वैक्सीन निर्माताओं को न केवल हर संभव मदद और लॉजिस्टिक सपोर्ट (रसद की मदद) मिले, बल्कि वैक्सीन की मंजूरी की प्रक्रिया में भी तेजी और वैज्ञानिकता हो। उन्होंने परीक्षण के चरण में होने वाले टीके उम्मीदवारों के लिए हर संभव समर्थन और सुगम अनुमोदन प्रक्रिया का आश्वासन दिया।
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पीेएमओ ने एक बयान में कहा – “प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे निजी क्षेत्र के बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे ने कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई में बड़ी भूमिका निभाई है और आने वाले दिनों में निजी क्षेत्र टीकाकरण अभियान में और भी अधिक सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इसके लिए अस्पतालों और उद्योग के बीच समन्वय की बेहतर आवश्यकता होगी।”
कुछ दिन पहले भारत ने 135 करोड़ की आबादी वाले देश में टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए अमेरिका और यूरोप के टीकों की अनुमति दी है। सोमवार को भारत ने 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के टीकाकरण की घोषणा की है। वर्तमान में 127 मिलियन लोगों को टीके दिए गए हैं और पूरी दो खुराक केवल 17.5 मिलियन को दी गई हैं। 135 करोड़ लोगों वाली भारत की आबादी का लगभग 1.3% हिस्सा ही 17.5 मिलियन होता है।
बाद में शाम को, टेलीविजन के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने लोगों से सख्त कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने का आग्रह किया और देश में लॉकडाउन को और अधिक लागू करने की आशंका से न डरने की अपील की। मोदी ने कहा, “लॉकडाउन लगाने का कोई सवाल ही नहीं उठता है,” मोदी ने युवा पीढ़ी को घर पर सतर्क रहने का आग्रह करते हुए बुजुर्ग पीढ़ी का ख्याल रखने और उन्हें कोविड के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने से रोकने का आग्रह किया।
वैक्सीन निर्माताओं ने 18 वर्ष की आयु से ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण की अनुमति देने के सरकार के फैसले और अधिक प्रोत्साहन एवं लचीलापन प्रदान करने के लिए विभिन्न कदम उठाने हेतु प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने वैक्सीन विकास और उत्पादन की प्रक्रिया के दौरान भारत सरकार से प्राप्त समर्थन के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व की भी सराहना की। उन्होंने उत्पादन, आगामी वैक्सीन उम्मीदवारों और नए वेरिएंट (किस्म) पर शोध करने के लिए अपनी योजनाओं पर भी चर्चा की।
सोमवार को प्रधान मंत्री ने देश में दवा कंपनी प्रमुखों और शीर्ष डॉक्टरों के साथ बैठक बुलाई थी। उन्होंने फार्मा कंपनियों से कोविड महामारी से निपटने के लिए और अधिक शोध में संलग्न होने का आग्रह किया और डॉक्टरों से अपील की कि वे लोगों को जल्द से जल्द टीकाकरण करने के लिए कहें[1]।
संदर्भ:
[1] प्रधान मंत्री मोदी ने दवा उद्योग से अधिक से अधिक शोध करने का आग्रह किया है। डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक मरीजों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें – Apr 20, 2021, hindi.pgurus.com
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