भारत में केवल हलाल मांस बेचने की घोषणा के बाद मैकडोनाल्ड विवाद में फंस गया

मैकडॉनल्ड्स की भारत में केवल हलाल मांस परोसने की नीति ने भारत में कई लोगों को क्रोधित किया है!

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भारत में केवल हलाल मांस बेचने की घोषणा के बाद मैकडोनाल्ड विवाद में फंस गया
भारत में केवल हलाल मांस बेचने की घोषणा के बाद मैकडोनाल्ड विवाद में फंस गया

बहुराष्ट्रीय खाद्य श्रंखला (chain) मैकडॉनल्ड्स को भारत में यह घोषित करने के लिए काफी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है कि वे केवल हलाल मांस खाद्य पदार्थ बेचते हैं। खाद्य समूह की घोषणा कि वे भारत में केवल इस्लामिक हलाल प्रमाणित खाद्य पदार्थ बेच रहे हैं, पर विवाद शुरू हो गया। इस बयान से हिंदुओं में नाराजगी हो गई। प्रख्यात वकील ईशकरण भंडारी ने इस मुद्दे को उठाया है और कहा है कि वे निश्चित रूप से मैकडॉनल्ड्स पर भोजन की आदतों को थोपने के लिए मुकदमा करेंगे।

एडवोकेट भंडारी ने, भारत में जहाँ बहुसंख्यक आबादी (83%) हिन्दू और सिख है, मैकडॉनल्ड्स के “सिर्फ हलाल” मांस की आपूर्ति की नीति के खिलाफ एक बड़े पैमाने पर याचिका आंदोलन शुरू किया है।

“मैकडॉनल्ड्स की भारतीय खाद्य श्रंखलाएं सिर्फ हलाल मांस बेच रही हैं, जो मांसाहार व्यापार में काम कर रहे गैर-मुस्लिमों के खिलाफ भेदभाव और धार्मिक पूर्वाग्रह है। साथ ही, ग्राहकों को इस तरह की श्रंखलाओं के एकाधिकार के कारण इसे खाने के लिए मजबूर किया जाता है। इसे रोकना होगा और उन्हें सभी प्रकार का मांस परोसना होगा जो कि झटका और हलाल और अन्य तरीकों के हैं,” उन्होंने सामूहिक याचिका शुरू करते हुए कहा [1]</a।

इस खबर को अंग्रेजी में यहाँ पढ़े।

“दोस्तों का कहना है – हलाल मांस भारत में बहुत बड़ा मुद्दा है और इसे ज्यादा बढ़ाना नहीं है लेकिन भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह एक कानूनी और सार्वजनिक लड़ाई होगी,” एडवोकेट ईशकरन भंडारी ने यह बताते हुए कहा कि कई देशों में मैकडॉनल्ड्स द्वारा तटस्थ भोजन नीति का पालन किया जाता है।

अधिवक्ता भंडारी ने कहा कि वह पहले मैकडॉनल्ड्स को एक कानूनी नोटिस भेजेंगे और यदि जवाब संतोषजनक नहीं हुआ, तो निश्चित रूप से इस भेदभावपूर्ण व्यवहार के खिलाफ अदालत में जाएंगे:

यहाँ Change.Org की याचिका है:

[1] Few restaurants in India sell ONLY HALAL MEAT. Its economic & religious bias. Stop It – Change.Org

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