मोहर्रम व हार का किस्सा

मोहर्रम की जड़े एक हार के किस्से में छुपी हुई है।

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मोहर्रम की जड़े एक हार के किस्से में छुपी हुई है।
मोहर्रम की जड़े एक हार के किस्से में छुपी हुई है।

आयशा, मोहम्मद की प्रिय पत्नी, एक बार एक गजवा में मोहम्मद के साथ गयी। लड़ाई के बाद शाम को मोहम्मद ने निर्णय लिया कि क्यूँकि मदीना पास में ही है इसीलिए मदीना ही चलते है। चलने की तैयारी हुई कि तभी आयशा को याद आया कि उसका हार कहीं खो गया है। वो वहाँ ढूँढने गयी जहाँ वो लघुशंका के लिए गयी थी। उसी दौरान सैनिकों ने उसका हौदा उठाया व ऊँट पर रख दिया व मोहम्मद की फ़ौज मदीना के लिए रवाना हो गयी। आयशा वहीं छूट गयी। रात भर अकेले वहीं रही। सुबह पीछे से आ रहा उसका हम उम्र सैनिक सफ़वाँ बिन मुअमल उसे मिला व सफ़वाँ उसे अपने ऊँट पर बिठाकर मदीना ले आया।

मदीना में अफ़वाह चली तो मोहम्मद ने अली (मोहम्मद का चचेरा भाई व इस्लाम का चौथा ख़लीफ़ा) से पूछा कि क्या करूँ। अली ने जवाब दिया, “औरतो की कमी है क्या दुनिया में? निकाल दे।”

आयशा अली का कहा भूली नहीं, मोहम्मद के बाद सबकी आशाओं के विपरीत उसे ख़लीफ़ा नहीं बनने दिया, अपने पिता को पहला ख़लीफ़ा बनवाया, फिर अली चौथा ख़लीफ़ा बना भी तो आयशा फ़ौज लेकर उससे लड़ने पहुँच गयी जिससे शिया सुन्नी दो फाड़ हुए जो आज तक आपस में लड़ रहे है और करोडो मारे जा चुके है।

मोहम्मद ने आयशा को उसके पिता अबू बकर (मोहम्मद का धनी विश्वसनिय साथी व इस्लाम का पहला ख़लीफ़ा।) के घर भेज दिया। आयशा एक महीना वहीं रही। एक महीने बाद मोहम्मद वहाँ आया व आयशा से अकेले में मिला। उसके बाद अल्लाह ने एक आयत नाज़िल की (Q 24.13) जिसमें उसने बताया कि क्यूँकि चार गवाह नहीं है आयशा के विरुद्ध इसलिए वह निर्दोष है।(हदीस बुख़ारी 6.60.274, हदीस मुस्लिम 8.113-114, Sira Vol 3 p 310-311)

(अल्लाह ने पता नहीं क्यूँ हार खोने दिया, फिर अफ़वाह भी उड़ने दी, फिर एक महीना लिया खंडन करने में। आयशा अली का कहा भूली नहीं, मोहम्मद के बाद सबकी आशाओं के विपरीत उसे ख़लीफ़ा नहीं बनने दिया, अपने पिता को पहला ख़लीफ़ा बनवाया, फिर अली चौथा ख़लीफ़ा बना भी तो आयशा फ़ौज लेकर उससे लड़ने पहुँच गयी जिससे शिया सुन्नी दो फाड़ हुए जो आज तक आपस में लड़ रहे है और करोडो मारे जा चुके है। इसी आपसी लड़ाई में अली का बेटा हूसेन भी मारा गया।)

(PS: तो क्या भंसाली इस हार के किस्से पर एक फिल्म बनाएँगे? with a dream sequence on the night in the desert thrown in?
(यह घटना इस्लामिक इतिहास में द अफेयर ऑफ नेकलेस के नाम से प्रसिद्ध है।)

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