फेसबुक का दावा, जासूसी के लिए यूजर्स को किया गया टारगेट, भारत की भी एक कंपनी शामिल

सर्विलांस इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें ग्लोबली 100 से अधिक कंपनियां शामिल हैं।

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फेसबुक का दावा, जासूसी के लिए यूजर्स को किया गया टारगेट, भारत की भी एक कंपनी शामिल
फेसबुक का दावा, जासूसी के लिए यूजर्स को किया गया टारगेट, भारत की भी एक कंपनी शामिल

फेसबुक का दावा, 100 से अधिक देशों के यूजर्स की जासूसी हो रही!

पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने दावा किया है कि 100 से अधिक देशों के लगभग 50,000 यूजर्स को सर्विलांस के लिए टारगेट करने की कोशिश की गई। कंपनी ने कहा कि सरकार के लिए काम करने वाली जासूसी एजेंसी या प्राइवेट क्लाइंट ने हैकिंग की कोशिश की है।

फेसबुक ने कहा मेटा ने इसके लिए कई महीनों तक जांच की। कंपनी ने कहा चार अलग-अलग देशों में मौजूद इन 7 सर्विलांस कंपनियों के खिलाफ वो एक्शन ले रही है। ये 1500 फेक अकाउंट्स को हटाने के अलावा मैलेशियस वेब एड्रेस को ब्लॉक और इन कंपनियों को इस एक्टिविटी को रोकने का नोटिस भेज रही है।

मेटा की जांच से ये बात सामने आई कि ये कंपनियां फेसबुक और इंस्टाग्राम सब्सिडियरिज का यूज सर्विलांस एक्टिविटी के लिए करती थी। इनका मकसद टारगेट को स्पाईवेयर से इनफैक्ट करना होता था। रिपोर्ट के अनुसार पॉलिटिशियन, ह्यूमन राइट्स वकर्स, जर्नलिस्ट, ऑपोजिशन फीगर और उनके फैमली मेंबर को इससे टारगेट किया जा रहा था।

मेटा की सिक्योरिटी पॉलिसी के हेड नथानिएल ग्लैशर ने बताया कि सर्विलांस इंडस्ट्री काफी बड़ा है ये केवल एक कंपनी नहीं है। ये मैलवेयर हायर करने से भी बड़ा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इसने 300 फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट्स को हटाया है। ये अकाउंट्स टारगेट को इनगेज करके उन्हें धोखा देते थे।

इसको लेकर वाशिंगटन पोस्ट ने रिपोर्ट किया है। मेटा (Meta) रिपोर्ट के अनुसार 100 से अधिक लोगों के लो इसके विक्टिम हैं। लगभग 50,000 लोगों को एक नोटिफिकेशन दिया गया है। इसमें बताया गया है कि अटैकर्स आपके फेसबुक अकाउंट को टारगटे कर रहे हैं। अनजान लोगों से इंटरएक्ट करने या नई फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते समय सावधान रहें।

इसमें भारत की बेल्ट्रॉक्स कंपनी का नाम भी आया है। बाकी कंपनियां चीन और दूसरे देशों में स्थित है। बेल्ट्रॉक्स (BellTrox) की वेबसाइट पर इसने अपने आपको एडवांस्ड आईटी के लिए प्रोफेशनल और मैनेज्ड सर्विस देने वाली लीडिंग कंपनी बताया है।

सर्विलांस इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें ग्लोबली 100 से अधिक कंपनियां शामिल हैं। ये कई जगह से ऑपरेट होते हैं। किसी एक देश या कई देशों की कार्रवाई से इसे रोक पाना संभव नहीं लग रहा है। अभी हाल ही में इजरायली कंपनी का स्पाईवेयर पेगासस काफी चर्चा में रहा था। इसका यूज कई लोगों की जासूसी करने के लिए किया गया था।

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