भारत बना जी20 का अध्यक्ष! दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक चलेगा बैठकों का दौर!

तकरीबन 25 मंत्रीस्‍तरीय, 4 शेरपा, वर्किंग ग्रुप की 86, तकरीबन 56 साइड इवेंट और 46 इंगेजमेंट ग्रुप की बैठकें होंगी।

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भारत बना जी20 का अध्यक्ष! दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक चलेगा बैठकों का दौर!
भारत बना जी20 का अध्यक्ष! दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक चलेगा बैठकों का दौर!

भारत करेगा जी20 की मेजबानी, देश के 56 स्‍थानों पर होंगी बैठकें

भारत को पहली बार जी20 की अध्‍यक्षता करने का मौका मिला है। अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर इसे एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। भारत को दिसंबर 2022 से यह जिम्‍मेदारी मिल जाएगी। 30 नवंबर 2023 तक भारत जी20 ग्रुप का अध्‍यक्ष रहेगा। इस अवधि के दौरान सालभर में 200 से ज्‍यादा बैठकें आयोजित होंगी, जिनमें सदस्‍य देशों के प्रतिनिधि हिस्‍सा लेंगे। ये बैठकें देश के 56 स्‍थानों पर होंगी। आमतौर पर किसी भी बड़े इवेंट का आयोजन टायर-1 सिटी में ही किया जाता है, लेकिन इस बार सरकार ने खास प्‍लान तैयार किया है। जी20 के बैनर तले होने वाली बैठकें टायर-2 का दर्जा हासिल शहरों में भी होंगी। इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है। अधिकारियों की मानें तो जी20 के तहत होने वाली बैठकें अंडमान-निकोबार से लेकर लक्षद्वीप और पूर्वोत्‍तर के राज्‍यों में भी आयोजित की जाएंगी।

जी20 की तैयारियों से जुड़े एक शीर्ष अधिकारी ने मीडिया को बताया कि तकरीबन 25 मंत्रीस्‍तरीय, 4 शेरपा, वर्किंग ग्रुप की 86, तकरीबन 56 साइड इवेंट और 46 इंगेजमेंट ग्रुप की बैठकें होंगी। इन बैठकों के लिए प्‍लान तैयार कर लिया गया है। एक साल के अंदर होने वाली इन बैठकों में शामिल होने के लिए जी20 के सदस्‍य देशों और अतिथि देशों के सीनियर लेवल के डेलिगेट्स के अलावा 43 अंतरराष्‍ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी भारत आएंगे। अधिकारी ने बताया कि जी20 से जुड़ी ये बैठकें देशभर में आयोजित की जाएंगी। इसके लिए सरकार सक्षम इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों की तलाश में जुटी है। बता दें कि मंत्रीस्‍तरीय बैठकों में शामिल होने के लिए 250 से 300 प्रतिनिध‍ि देश पहुंचेंगे। इसके अलावा 200 से 250 के तकरीबन प्रतिनिधि शेरपा मीटिंग के लिए भारत आएंगे। इसके अलावा अन्‍य छोटे-छोटे ग्रुप से जुड़े प्रतिनिधि भी पहुंचेंगे।

जानकारी के अनुसार, मंत्रीस्‍तरीय और इंगेजमेंट ग्रुप से जुड़ी बैठकों के लिए आने वाले प्रतिनिधि 1 से 2 दिन तक रुकेंगे। इसके अलावा वर्किंग ग्रुप के लिए आने वाले डेलिगेट्स 2 से 3 दिन तक भारत में ठहरेंगे। उनके लिए मुकम्‍मल व्‍यवस्‍था की जा रही है। पूर्वोत्‍तर के सभी सातों राज्‍यों के साथ ही लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार में भी बैठकें आयोजित की जाएंगी। एक सप्‍ताह में एक साथ 5 इवेंट का आयोजन किया जा सकता है। ये बैठकें देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में होंगी। सरकार विदेश से आने वाले अतिथियों के स्‍वागत-सत्‍कार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।

सरकार जी20 से जुड़ी बैठकों में शामिल होने के लिए भारत आने वाले विदेशी मेहमानों के लिए खास इंतजाम करने की योजना बना रही है। भारत प्रवास के दौरान आवागमन के लिए उन्‍हें लग्‍जरी कार और एसयूवी मुहैया कराने की योजना है। इसके अलावा देश के सभी एयरपोर्ट पर जी20 थीम पर आधारित वीवीआईपी लाउंज भी बनाए जाएंगे। इसके अलावा मेहमानों के लिए खासतौर पर कस्‍टम और इमिग्रेशन काउंटर की व्‍यवस्‍था की जाएगी। इसके अलावा सांस्‍कृतिक कार्यक्रम के साथ डिनर की सुविधा मुहैया कराने की भी तैयारी है।

जी20 ग्रुप की अध्‍यक्षता करने का मौका मिलना काफी अहम है। जी20 एक बहुदेशीय अंतरराष्‍ट्रीय मंच है। जी20 अंतरराष्‍ट्रीय मसलों जैसे सामाजिक-आर्थिक समेत ग्‍लोबल वॉर्मिंग, व्‍यापार और निवेश, स्‍वास्‍थ्‍य, कृषि, डिजिटल इकोनॉमी, शिक्षा, पर्यटन, ऊर्जा, रोजगार आदि में अहम भूमिका निभाता है। अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर इस ग्रुप की अ‍हमियत काफी ज्‍यादा है।

[आईएएनएस इनपुट के साथ]

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