गृहमंत्री ने विजय संकल्प रैली के जरिए झारखंड में राजमहल समेत सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत के लिए जोश भरा।
भारत विजय का सपना साकार करने में जुटी भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले देश के गृहमंत्री अमित शाह की झारखंड के देवघर में चार और पांच फरवरी के दो दिवसीय प्रवास के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। दो दिनों में उन्होंने झारखंड ही नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा समेत पूर्वोत्तर के राज्यों की राजनीति को साधने की गंभीर पहल की है।
गृहमंत्री अमित शाह देवघर में बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना कर हिंदुत्व का संदेश तो दिए ही साथ ही श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र सत्संग आश्रम और रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ में विशेष तौर पर जाकर पश्चिम बंगाल व पूर्वोत्तर राज्यों में भाजपा की पैठ की जमीन को पुख्ता कर गए हैं। पहले दिन गृहमंत्री देवघर में भाजपा की ओर से आयोजित विजय संकल्प रैली के जरिए झारखंड में राजमहल समेत सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत के लिए जोश भरा।
गृहमंत्री ने स्वामी विवेकानंद के द्वारा कोलकाता के रामकृष्ण मिशन की देवघर शाखा रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेकर पश्चिम बंगाल के प्रति अपनी गंभीरता दिखाई। जबकि प्रवास के दूसरे दिन यहां से रवाना होने से पूर्व ठाकुर अनुकूलचंद्र सत्संग आश्रम में गए। आश्रम के आचार्य देव अर्कद्युति चक्रवर्ती के संग आत्मीय मुलाकात की जिसके आध्यात्मिक निहतार्थ से भले ही किसी को इनकार नहीं हो लेकिन राजनीति की बारिक समझ रखने वाले गृहमंत्री अमित शाह के इस मुलाकात को त्रिपुरा में होने जा रहे विधानसभा चुनाव से भी जोड़ कर देख रहे हैं। कारण यह कि देश भर में त्रिपुरा में एक ऐसा प्रांत है जहां श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र के अनुयायियों की संख्या सर्वाधिक है।
60 विधानसभा सीटों वाले त्रिपुरा में कमोबेश एक-एक सीट पर बंग भाषा-भाषी व कई आदिवासी बाहुल्य इलाकों में भी आश्रम के अनुयायियों का सीधा प्रभाव है। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिल्पब देब समेत वर्तमान डिप्टी सीएम जिष्णु देव वर्मा समेत कई मंत्री आश्रम के गुरु भाई हैं। यहां प्रखंड व पंचायत स्तर पर श्री श्री ठाकुर अनुकूलचंद्र के मंदिर स्थापित है। इतना ही नहीं पूर्वाेत्तर के सभी राज्यों के अलावा पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओड़िशा में भी आश्रम के अनुयायी फैले हुए हैं।
जानकारों का मानना है कि सत्संग आश्रम देवघर के साथ त्रिपुरा व पूर्वोत्तर राज्यों का सीधा जुड़ाव है। प्रत्येक वर्ष यहां होने वाले अखिल भारतीय ऋतित्वक सम्मेलन एवं बांग्ला नववर्ष पर होने वाले अनुष्ठानों के अतिरिक्त त्रिपुरा से सालों भर लाखों की संख्या में अनुयायियों का यहां आगमन होता है। इसके लिए देवघर से अगरतल्ला के लिए रेल की सीधी सुविधा बहाल है। बहरहाल, देवघर से निकलने के बाद सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह त्रिपुरा के बनमालीपुर में रोड शो एवं चुनाव प्रचार कर देवघर प्रवास के अहमियत का दर्शाए हैं।
[आईएएनएस इनपुट के साथ]
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