Home Search

नक्सल - search results

If you're not happy with the results, please do another search
यूपी पुलिस ने पीएफआई के झूठ का पर्दाफाश किया और कप्पन को बेनकाब किया कि, वह एक पत्रकार की आड़ में एक पीएफआई सचिव है!

यूपी पुलिस ने पत्रकार संघ के झूठ की धज्जियाँ उड़ाईं। यूपी पुलिस ने उच्चतम...

कई पत्रकार सिद्दीकी को बचाने की कोशिश कर रहे थे, जो पीएफआई के कार्यकर्ता हैं उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को जिहादी संगठन पॉपुलर फ्रंट...
यदि कोई न्यायाधीश वामपंथियों कि बात नहीं मानता, तो उनका न्याय व्यवस्था के प्रति द्वेष व्यक्त करने का सर्वोत्तम उदाहरण न्यायाधीश अरुण मिश्रा के खिलाफ चलाई गयी मुहिम है!

असभ्य लेफ्ट-लिबराटी और उनकी वेबसाइटों ने कई साहसिक फैसलों की अनदेखी कर न्यायमूर्ति अरुण...

पिछले एक हफ्ते से, कई वाम-झुकाव वाली वेबसाइटें न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा के खिलाफ नकारात्मक कहानियां प्रकाशित कर रही हैं, जो 2 सितंबर को सेवानिवृत्त...
प्रशांत भूषण के लिए वामपंथी लिबरल रो रहे हैं, जिन्हें अदालत की अवमानना का दोषी पाया गया था। लेकिन जब गुरुमूर्ति न्यायमूर्ति मुरलीधर की आलोचना के लिए दो अवमानना आरोपों का सामना कर रहे थे, तो वे कहां थे?

अवमानना मामलों में भ्रष्ट लेफ्ट-लिबरल (वामपंथी-उदारवादी) तंत्र का कपट। प्रशांत भूषण के लिए रो...

लेफ्ट-लिबराटी (वामपंथी और तथाकथित उदारवादी) ने हमेशा दोहरा चरित्र दिखाया है। नवीनतम प्रयास प्रसिद्ध वकील प्रशांत भूषण के खिलाफ अवमानना मामले पर उनका विलाप...
हिंदू साधुओं की मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) मामले में मुकदमा चलाने के लिए 126 व्यक्तियों और दो किशोरों को नामजद कर दो आरोप पत्र दर्ज किये गए!

क्या हिंदू समाज के साधुओं को न्याय मिलेगा? समय है कि दिल्ली हस्तक्षेप करे

अपराध की जांच कर रही पुलिस और सीआईडी टीम ने कहा कि 5000 और 6000 पन्नों वाले आरोप पत्र शुरुआती आरोप पत्र हैं! दो हिंदू...
दिल्ली दंगों की रूपरेखा तैयार करने के मामले में खालिद सैफी 26 फरवरी से हिरासत में है, खालिद पर कुछ पत्रकारों, शिक्षाविदों और अधिवक्ताओं के माध्यम से धन उगाहने (काले धन को वैध बनाना) का आरोप लगाया गया है!

कई पत्रकार दिल्ली दंगों के मामलों के आरोपी जेहादी खालिद सैफी से अपने संबंधों...

दिल्ली में हुए दंगों और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शनों के प्रमुख संचालक खालिद सैफ़ी के साथ अपने संबंधों को...
वकील दिग्विजय त्रिवेदी की मौत संदिग्ध है, कम से कम इतना ही कहा जा सकता है - केवल सीबीआई जांच से सच्चाई सामने आएगी

दिग्विजय त्रिवेदी की मौत: दुर्घटना या षणयंत्र?

पालघर मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा हत्या) मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है और सभी की अंतरात्मा को घायल कर रहा है। मूल त्रासदी...
हत्या पर राज्य और केंद्र सरकार दोनों से गैर-प्रतिबद्धता पर जनता और हिंदुत्ववादी राष्ट्रवादी ताकतों में भारी आक्रोश है

पालघर मॉब लिंचिंग- आरोपी हत्यारों को जमानत नहीं

गड़चिंचले, पालघर तीन लोगों की हत्या: 101 आरोपियों को 14 दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया दहानू की एक अदालत ने पालघर...
इस जघन्य अपराध के अपराधियों का पता लगाने के लिए एक फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा एक त्वरित जांच आवश्यक है

पालघर विवाद – महाराष्ट्र सरकार के लिए कार्यवाही करने का समय

मामले में कोई भी देरी सीएम और शिवसेना समर्थकों के लिए महंगी साबित होगी चौकाने वाले मामले में, पालघर में हिंसक भीड़ द्वारा दो साधुओं...
यह मामला ऐसा लगता है कि स्थानीय भीड़ को इलाके में सक्रिय कौमी नक्सली तत्वों द्वारा उनके लाभ के लिए उकसाया गया।

पालघर लिंचिंग (हत्या) में दोषियों पर त्वरित सजा के साथ त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता...

अफवाहें चल रही थीं कि एक गिरोह अंग कटाई के काम में लगा है 3 लोगों, 2 साधुओं और उनके ड्राइवर, जो उनके गुरु साधु...
जिस प्रकार से एक "मनुष्य" की पहचान उसके "मनुष्यता" से होती है, उसी प्रकार से "हिन्दू" की आत्मा ही "हिंदुत्व" है। अगर कोई मनुष्य समाज में कोई गलत काम करता है, अथवा किसी गरीब और परेशान व्यक्ति की मदद के लिए आगे नहीं आता, तो हम कह सकते हैं कि उस व्यक्ति में "मनुष्यता" नहीं है।

हिन्दू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान

आखिर हिन्दू क्या है और वह किस प्रकार की जीवन शैली को जीने की प्रेरणा देता है। हाल ही में कोरोना संकट के दौरान भारतीय...

सबसे लोकप्रिय